About computer | कम्प्युटर का इतिहास हिन्दी मे .....history of computer.......
कंप्यूटर मानव के द्वारा निरंतर मेहनत का प्रयास है जो मॉडर्न कंप्यूटर इतने मॉडिफाइड रूप में आप देख रहे हैं यह लगभग 3000 दिन पूर्व में एक सरल गणना उपकरण के रूप में विकास किया गया था कुछ दिनों के बाद आगे चलकर इसी तरह का उपकरण का उपयोग यूनान में होने लगा जिसे अबेकस तथा कहा गया था यह लकड़ी के फ्रेम में बने धातुओं के तार के सहारे लकड़ी के लड्डूओ को तिरो दिया गया था इस लकड़ी के फ्रेम पर संख्याएं लिखी रहती थी तथा इसकी सहायता से गणना की जाती थी यह उपकरण 500 ईसा पूर्व में यूनान में प्रचलन में आ गया| यह उस समय सबसे ज्यादा उपयोग की वस्तुओं थी धीरे-धीरे समय बदला और समय बदलने के साथ ही साथ इसमें बहुत सारे परिवर्तन हुए और परिवर्तन के परिणाम स्वरूप हमारे सामने आया केलकुलेटर आज हम जो केलकुलेटर का इस्तेमाल कर रहे हैं उस समय का केलकुलेटर ऐसा नहीं था
विश्व के प्रथम इलेक्ट्रॉनिक केलकुलेटर की स्थापना सन 1945 में डॉ जान मछली एवं उसके अन्य सहयोगियों ने मिलकर पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय मे की थी इसे ENIAC कहां गया इसका पूरा नाम ( ELECTRONIC INTEGRATOR AND CALCULATOR ) है इस केलकुलेटर में 18000, निर्वात बल्ब थे तथा 1500 रीले का इस्तेमाल किया गया था इस मशीन की लंबाई 15M, चौड़ाई 10M, ऊंचाई 3M, था और इसका वजन लगभग 30 मीट्रिक टन यानी 30,000 किलो का था और इसकी चलने में लगभग 160 killo watt खपत होती थी|
धीरे-धीरे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास और मेहनत के कारण आज हमारे सामने केलकुलेटर कंप्यूटर के रूप में उपस्थित हो सका|
कंप्यूटर को लोकप्रिय बनाने का श्रेय सबसे बड़ी कंपनी आईबीएम को जाता है जो 1990 में मॉनिटर करने वाले कंप्यूटर और टीवी स्क्रीन वाले कंप्यूटर की नींव रखी
वैसे तो भारत में कंप्यूटर का विकास 1955 ईस्वी में आरंभ हुआ परंतु 1984 में राजीव गांधी के प्रधानमंत्री के समय
कंप्यूटर के विकास के क्षेत्र में कंप्यूटर के विकास में एक नई न्यू रखी लगभग सभी देशों के लोग आज के समय में सूचनाओं डाटा का आदान-प्रदान बहुत ज्यादा मात्रा में इंटरनेट के द्वारा किया जा रहा है इंटरनेट के द्वारा ईमेल भेजा और प्राप्त किया जा सकता है अलग-अलग तथा दूर बैठे लोगों से जैसे दिल्ली मुंबई बनारस तथा विश्व के किसी भी कोने में बैठे लोगों से बात कर सकते हैं इंटरनेट पर समाचार पत्रों का भंडार होता है जो न्यूज़ चाहे वह न्यूज़ हम पढ़ सकते हैं क्योंकि हमारी मर्जी तथा यह भंडार विभिन्न प्रकार की साइट पर उपलब्ध है
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