तुलसी के फायदे तथा इसके गुण शायद ही आप जानते हो - You hardly know the benefits of Tulsi and its properties...
हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे करने वाले हैं तुलसी के फायदे के बारे में तुलसी कई प्रकार के होते हैं जैसे श्यामा तुलसी, राम तुलसी, विष्णु तुलसी, वन तुलसी, नींबू तुलसी सब अलग-अलग प्रकार के सब के अलग-अलग फायदे भी हैं
दोस्तों आज के दौर में हम अपने रोजमर्रा के जीवन में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि हमें अपने स्वास्थ्य ख्याल ही नहीं रहता जिसकी वजह से हम बहुत सारी बीमारियों से घीर जाते हैं यह हमारी जिम्मेवारी है
कि हम अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान ही नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा तो चलिए आज हम तुलसी के पौधों के गुणों के बारे में जानेंगे और किस प्रकार तुलसी का इस्तेमाल कर हम अपने जीवन को स्वस्थ बना सकते हैं सनातन धर्म में तुलसी के पौधों को पवित्र माना जाता है
अनादि काल से लोग अपने आंगन मे लगाकर पूजा करते हैं बहुत से वायरस तुलसी के गंध से मर जाते हैं जिसकी वजह से हम हजारों बीमारियों से रोग ग्रस्त होने से बच जाते हैं
(1) तुलसी एक खुद एंटीऑक्सीडेंट है तुलसी के पत्तों को बिना दूध वाली चाय में डालकर पीने से गले की खराश सर्दी खांसी जुखाम आदि में बहुत ही लाभ मिलता है
(2) फ्लू होने वाली बीमारी बुखार स्वाइन फ्लू डेंगू सर्दी खांसी जुखाम प्लेग मलेरिया जैसी बीमारियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा तुलसी पत्ता से हजारों किस्म की दवाइयां भी बनती है
(3) तुलसी एंटीबायोटिक का भी काम करता है इसके प्रतिदिन इस्तेमाल से हानि कारक विषाणु हमारे शरीर से बाहर निकल आते हैं और हमारा शरीर स्वस्थ हो जाता है
(4) इन्फ्लेमेटरी तत्व के भरपूर मात्रा में होने से रेड ब्लड सेल का हमारे शरीर में इजाफा होता है जिससे खून संबंधी बीमारी हमारे शरीर में नहीं होती है जिसकी वजह से ब्लड कैंसर का भी खतरा बहुत कम हो जाता है
(5) यदि डॉक्टर के सलाह ले कर तुलसी का सेवन प्रतिदिन करने से गर्भवती महिलावों मे उल्टी की समस्याओ मे लाभ मिलता है
(6) तुलसी शहद के साथ इस्तेमाल करने से सर्दी जुकाम और गले के दर्द को भी ठीक करने का काम करता है घाव पर इसके अर्क डालने से कीड़े मर जाते हैं और घाव जल्दी ठीक हो जाता है
(7) तुलसी के रोजाना सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे सर्दी जुखाम तथा अन्य संक्रमित बीमारियों से भी यह बचाता है 10 ग्राम तुलसी बीज के चूर्ण में 30 ग्राम मिश्री मिलाकर पीसकर रख लें सर्दियों में इस मिश्रण की एक एक ग्राम 2 से 3 दिन बाद सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है
शरीर की वात रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है और सर्दी जुखाम बात रोग कफ से जुड़े रोगों में राहत मिलता है
(8) यदि सिर में जुआ और लीख हो गए हैं तो तुलसी का तेल लगाने से जू और लीख खत्म हो जाते हैं और बाल भी स्वस्थ रहते हैं
(9) तुलसी का रस रतौंधी में भी लाभकारी है कई लोगों को रात के समय दिखाई नहीं पड़ता है इस समस्या को रतौंधी कहा जाता है इसके लिए दो से तीन बूंद तुलसी का स्वरस को दिन में दो से तीन बार आंखों में वैध की सलाह लेकर डालने से फायदा मिलता है
(10) यदि दांत के मसूड़ों में कीड़े हो गए हैं तुलसी का तेल कीड़े वाली जो खराब जगह है पर रखने से कीड़े मर जाते हैं और दांत स्वस्थ हो जाता है यदि मुंह से बदबू आ रहा है तुलसी पत्ते चबाने से बहुत दूर हो जाता है
तुलसी को कई नामों से भी जाना जाता है
(11) तुलसी को कई नामों से भी जाना जाता है अलग-अलग जगहों पर इसे अलग-अलग नामो से भी जाना जाता है
जैसे
Tamil - तुलसी
Telugu-गगेर चेट्टु
Sanskrit-तुलसी , सुरसा , देवदुंदुभि, अपेतत्राक्षीसी , गौरी,
Hindi-तुलसी, वृंदा
Odia-तुलसी
Kannad-एरेड तुलसी
Gujrati-तुलसी
Bengali- तुलसी
Nepali-तुलसी
Marathi-तुलस
Malyalam- कृष्ण तुलसी
Arabi- दोहश
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